आज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज़ और मास्टर ब्लास्टर के नाम से प्रसिद्ध सचिन तेंदुलकर का 46वां जन्मदिन है. 22 अप्रैल, 1998 को अपने जन्मदिन से दो दिन पहले तेंदुलकर ने शारजाह स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक शानादर पारी खेली थी. आगे पढ़ें.. एक साल पहले बीबीसी हिंदी पर छपी यह स्टोरी कोका कोला कप के फ़ाइनल में टीम इंडिया पहुंचेगी या न हीं, यह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ होने वाले मुक़ाबले से तय होना था. स्टीव वॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला लिया. माइकल बेवन के नाबाद 101 रन और मार्क वॉ के बेहतरीन 81 रन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 284 रन ठोक दिए. भारत को फ़ाइनल में पहुंचने के लिए 254 रन बनाने थे, तभी नेट रन रेट के हिसाब से टीम न्यूज़ीलैंड को पीछे छोड़ सकती थी. सचिन तेंदुलकर टीम के सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका में थे. 29 ओवर के खेल में भारत ने चार विकेट गंवा दिए थे और टीम का स्कोर 138 रन था. तभी धूल की आंधी शुरू हो गई. सचिन विकेट पर टिके हुए थे. इस आंधी के बारे में सचिन तेंदुलकर ने अपनी आत्मकथा प्लेइंग इट माय वे में लिखा है, "मैंने अपने जीवन में कभ